म अपन जवन बट क लड क पन गरत हए
सदैव मेरा चिन्तन करो, मेरे भक्त बनो, मेरी पूजा करो। अपने मन और शरीर को मुझे समर्पित करने से तुम निश्चित. इस पूरे अध्याय में भक्ति मार्ग का. जब मैं मनुष्य रूप में अवतार लेता हूँ तब मूर्ख लोग मुझे समस्त प्राणियों के परमात्मा के रूप में पहचानने. इस अध्याय में अर्जुन अपने सम्मुख उत्पन्न स्थिति का सामना करने में स्पष्ट रूप से अपनी असमर्थता को दोहराता है और युद्ध करने के अपने कर्तव्य का पालन करने. सत तxमम क:त अपमन । कदटहउr तव मसर कदठन क:पन।। नदह˜ त सपदˆ मन˘मम बन। स˘म˘ण> ह नत न त जवन हन ।। सयम सर ज ˆम सम स˘र। पभ˘भ˘ज करर कर सम सकधर।।
Dec 13, 2018 · download solved cbse sample papers for class 9 hindi b set 4 2019 pdf to understand the pattern of questions asks in the board exam. know about the important topics. अपन 8 पतझर क पननिं का मैं भ िग कन ग 1त 2नाता. ि 8त 8 स्वर यसि म 2झ 8 सिधाता यकद किधाता मुझे स्वर देते। ब 9ठा श 2क उ घन 1 डाि पर शुक उस घनी डाल पर. Apr 26, 2020 · उत्तर : (क) कवि के मन में प्रश्न उठते हैं, कि उससे मिलने के लिए भला कौन उत्कंठित होकर प्रतीक्षा कर रहा होगा और वह किसके लिए आकुल होकर. भज ल मन त रम रम रम , जगत म कह नह वश म, ज़नग हˆ क ल सगम। शरम शरम जय जय र म, जय जय रम बल जय जय रम। पततत पन न म, भजल रम रम रम।